युद्ध के मैदान में और ताकतवर होने जा रहा है. अमेरिका जल्द ही इजरायल को एंटी बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम ‘टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस’ (THAAD) भेजने जा रहा है ताकि ईरान से निपटने में मदद मिल सके. यह एडवांस मिसाइल डिफेंस सिस्टम है.इसे ऑपरेट करने के लिए करीब 100 एक्सपर्ट अमेरिकी जवान भी इजरायल भेजे जाएंगे. बता दें कि 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने लड़ाकों ने इजरायल में घुसकर हमला कर दिया था. उसके बाद इजरायल ने गाजा में जवाबी कार्रवाई की. इस युद्ध में हिज्बुल्लाह और ईरान ने भी इजरायल के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. इन हमलों के बाद से इजरायल में पहली बार अमेरिकी सेना की तैनाती की जा रही है.
मजबूत होगी इजरायल की वायु रक्षा प्रणाली
पेंटागन (अमेरिकी रक्षा कार्यालय) के प्रेस सचिव मेजर जनरल पैट्रिक राइडर ने रविवार को एक बयान जारी किया और कहा, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रक्षा सचिव लॉयड जे ऑस्टिन III को टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस सिस्टम (THAAD) और उसके चालक दल को तैनात करने का निर्देश दिया है. यानी अब इजराइल को अपने वायु रक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद मिलेगी. THAAD बैटरी को बैलिस्टिक मिसाइलों से बचाव के लिए डिजाइन किया गया है.
अमेरिका ने क्या कहा?
यूएस सेंट्रल कमांड ने एक्स पर पोस्ट लिखा, राष्ट्रपति के निर्देश पर सचिव ऑस्टिन ने 13 अप्रैल और फिर 1 अक्टूबर को ईरान के हमलों के बाद इजरायल की हवाई सुरक्षा को मजबूत करने में मदद करने के लिए एक टर्मिनल हाई-अल्टीट्यूड एरिया डिफेंस (THAAD) बैटरी और अमेरिकी सैन्य कर्मियों के संबंधित दल की तैनात करने की मंजूरी दी है.THAAD बैटरी एक मोबाइल रक्षा प्रणाली है, इसके जरिए इजरायल के शहरों, जवानों और प्रतिष्ठानों को छोटी और मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों से बचाया जा सकेगा.
एक सप्ताह के अंदर हो जाएगी तैनाती
बयान में कहा गया, यह कदम इजरायल की रक्षा के लिए मददगार होगी और ईरान द्वारा किए जाने वाले किसी भी बैलिस्टिक मिसाइल हमले से बचाने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की दृढ़ प्रतिबद्धता दर्शाती है. THAAD बैटरी और स्पेशल जवानों को करीब एक सप्ताह के अंदर इजरायल भेजा जाएगा.इजरायल ने लेबनान में हिज्बुल्लाह पर अपने हमले तेज कर दिए हैं. पिछले महीने पेंटागन ने कहा था कि वो मध्य पूर्व में कुछ हजार अमेरिकी सैनिकों को भेजेगा. एक अधिकारी ने यह आंकड़ा 2,000 से 3,000 के बीच बताया.
पिछले साल मध्य पूर्व में तनाव के बीच संयुक्त राज्य अमेरिका ने THAAD बैटरी तैनात करने का फैसला लिया था. 7 अक्टूबर 2023 के हमलों के बाद अमेरिका ने हितों की रक्षा के लिए मध्य पूर्व में एक THAAD बैटरी तैनात करने के लिए सेना को निर्देश दिया था. इससे पहले 2019 में संयुक्त राज्य अमेरिका ने ट्रेनिंग और एकीकृत वायु रक्षा अभ्यास के लिए इजरायल में THAAD बैटरी तैनात की थी.