ईरान और इजराइल के बीच का यह तनाव गहराते क्षेत्रीय विवाद और राजनीतिक टकराव को दर्शाता है। ईरान के वरिष्ठ सैन्य कमांडरों द्वारा इजराइल को दी गई धमकियां और हालिया मिसाइल हमले दोनों देशों के बीच बढ़ते संघर्ष का संकेत देते हैं।
गाजा युद्ध और फिलिस्तीन मुद्दे ने क्षेत्रीय समीकरणों को और उलझा दिया है। सऊदी अरब और इजराइल के बीच संबंध सुधारने के प्रयासों पर फिलहाल विराम लग चुका है, जिससे ईरान को कूटनीतिक बढ़त मिली है।ईरान की “ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस 3” की तैयारी और इजराइल के हालिया पलटवार दोनों यह दर्शाते हैं कि आने वाले समय में इस क्षेत्र में शांति बहाल करना और कठिन होगा। यह तनाव न केवल दोनों देशों के लिए बल्कि पूरे क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता के लिए भी खतरा बना हुआ है।