रुड़की: नए सत्र से सरकारी और निजी स्कूलों में एक तरफ जहां बच्चों के प्रवेश शुरू कर दिए गए हैं, वहीं, केंद्रीय विद्यालय भेल की ओर से प्रवेश बंद कर दिए गए हैं। विद्यालय प्रबंधन की ओर से प्रवेश बंद किए जाने से अभिभावकों को मायूसी का सामना करना पड़ेगा।दरअसल, दो साल पहले भेल क्षेत्र में स्थापित केंद्रीय विद्यालय भेल प्रबंधन को संचालित करने वाले प्रबंधन की ओर से वित्तीय संकट का हवाला देकर बंद करने की योजना बनाई गई थी। इसका अभिभावकों ने भारी विरोध किया था, विरोध के बावजूद विद्यालय में शैक्षिक सत्र 2022-23 में पहले कक्षा एक की कक्षाएं बंद की गईं, इसके बाद 20223-24 में कक्षा दूसरी बंद की गई। अब 2024-25 के नए शैक्षणिक सत्र में कक्षा तीसरी में भी प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई है।
हालांकि, केंद्रीय विद्यालय को बंद करने का विरोध हर साल अभिभावकों की ओर से किया जा रहा है। उनकी ओर से बंद की गईं कक्षा एक से ही क्लासें शुरू करने की मांग की जा रही है। इसके लिए अभिभावकों की ओर से धरना-प्रदर्शन करने के साथ ही स्थानीय विधायक और सांसद भी मांग की गई थी, लेकिन उनकी मांग पूरी करना तो दूर विद्यालय में कक्षा तीन के प्रवेश पर भी नए सत्र से रोक लगा दी गई है। जिससे केंद्रीय विद्यालय में अपने बच्चों को पढ़ने का लाभ नहीं मिल सकेगा।
कक्षा तीन में 127 विद्यार्थी थे अध्ययनरत
– केंद्रीय विद्यालय में बीते सत्र में 127 बच्चे अध्ययनरत थे, लेकिन वह उत्तीर्ण होेने से कक्षा चार में चले गए हैं। जिससे अब इन बच्चों की जगह नए बच्चों को प्रवेश नहीं दिए जाने से कक्षा तीन के कक्ष पर भी ताला लग जाएगा। संभावना जताई जा रही है कि अगले साल कक्षा चार को भी बंद कर दिया जाएगा। इसी तरह धीरे-धीरे स्कूल को कुछ सालों में बंद कर दिया जाएगा। अध्यापकों का दूसरे विद्यालयों में किया जा रहा ट्रांसफर
कक्षाएं बंद करने से अध्यापकों को दूसरे स्कूलों में ट्रांसफर किया जा रहा है। इनमें अधिकांश को रुड़की के विद्यालयों में समायोजित किया जा रहा है, क्योंकि, यह विद्यालय हरिद्वार से नजदीक हैं। रुड़की दो केंद्रीय विद्यालय भी हैं। इसलिए, उनमें समायोजित करने की ज्यादा संभावनाएं भी हैं।
विद्यालय प्रबंधन की ओर से कक्षा तीन में बच्चों के प्रवेश नहीं करने का निर्णय लिया गया है। जिससे नए सत्र में इस कक्षा में प्रवेश नहीं लिए जाएंगे।