तेलंगाना के मुलुगु जिले में रविवार, 1 दिसंबर, 2024 को सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में सात माओवादी मारे गए। यह घटना एक सप्ताह पहले हुई आदिवासी व्यक्तियों की हत्या के बाद हुई, जिनकी हत्या माओवादियों ने पुलिस मुखबिर होने के संदेह में की थी।
मुठभेड़ सुबह करीब 5.30 बजे शुरू हुई, जब माओवादी विरोधी ग्रेहाउंड बलों ने चलपका जंगल में माओवादियों का पीछा किया। पुलिस ने माओवादियों से आत्मसमर्पण करने का आग्रह किया, लेकिन उन्होंने आत्मसमर्पण नहीं किया और सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में सात माओवादी मारे गए, जिनमें प्रमुख नाम भद्रू उर्फ कुरसम मंगू उर्फ पपन्ना का था, जो सीपीआई (माओवादी) का येल्लांडु-नरसंपेट क्षेत्र का कमांडर था।सुरक्षा बलों ने माओवादियों से एके-47, जी3, इंसास राइफल और अन्य विस्फोटक सामग्री बरामद की। यह मुठभेड़ पिछले कुछ वर्षों में इस इलाके में हुई सबसे बड़ी मुठभेड़ है, क्योंकि माओवादियों के फिर से संगठित होने और अपनी गतिविधियों को बढ़ाने की संभावना जताई जा रही थी।