मणिपुर में ताजा हिंसा ने स्थिति को फिर से गंभीर बना दिया है। जिरीबाम इलाके में एक परिवार के छह सदस्यों की हत्या के बाद, राज्य में तनाव और बढ़ गया है। इस घटना ने मैतेई समुदाय में गुस्सा भड़काया, जिसके चलते प्रदर्शनकारियों ने सरकारी अधिकारियों और मंत्रियों के घरों पर हमले किए। हालात को नियंत्रित करने के लिए केंद्रीय और राज्य सरकार सक्रिय हो गई हैं।
केंद्र सरकार की कार्रवाई:
- डीजी सीआरपीएफ अनीश दयाल को हालात की समीक्षा के लिए मणिपुर भेजा गया है।
- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी रैलियां रद्द कर स्थिति पर नजर रखने के लिए दिल्ली वापसी की है।
- सुरक्षा बल और राज्य पुलिस ने कानून व्यवस्था को बहाल करने के लिए नई रणनीति बनाई है।
प्रभावित इलाके और प्रतिबंध:
- बिश्नुपुर, इंफाल, और जिरीबाम में तनाव बढ़ने के कारण कर्फ्यू फिर से लगाया गया है।
- इंटरनेट सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित किया गया है।
मांग और अल्टीमेटम:
- मैतेई सिविल सोसायटी ग्रुप, COCOMI, ने सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम देकर सभी सशस्त्र उग्रवादी समूहों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की मांग की है।
- उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो लोगों का गुस्सा और भड़क सकता है।
यह स्थिति न केवल मणिपुर के लिए बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी एक चुनौती बन गई है। केंद्र और राज्य सरकारों से तत्काल और सख्त कदमों की उम्मीद की जा रही है।