होली और नवरात्रि के दौरान मिलावटी खाद्य पदार्थों पर नकेल कसने के लिए फूड रेगुलेटर FSSAI एक्शन में आ गया है
FSSAI ने होली के मद्देनजर राज्यों को सर्विलांस बढ़ाने के निर्देश दिए हैं दूध और उससे बने उत्पादों पर विशेष निगरानी के निर्देश हैं. दरअसल FSSAI को दूध और उससे बने उत्पादों में मिलावट की आशंका सबसे ज्यादा है. इसके अलावा उत्पादन स्थलों पर औचक निरीक्षण और छापेमारी की सलाह भी दी गई है.
समल चावल, कुट्टू का आटा, सिंघाड़े पर रखनी होगी ज्यादा निगरानी
फूड सेफ्टी ऑन व्हील्स की मोबाइल जांच लैब्स को ज्यादा फुटफॉल वाले बाजारों में स्थापित करने के लिए कहा गया है. नवरात्रि को ध्यान में रखते हुए व्रत के आइटम जैसे समल चावल, कुट्टू का आटा, सिंघाड़ा और उसके उत्पाद, फलों और ड्राई फ्रूट्स को लेकर मानकों के अनुसार कार्रवाई करने को कहा है. पूर्व में कुट्टू के जहरीले आटे से तबियत खराब होने की शिकायत को ध्यान में रखते हुए इस संदर्भ में सभी राज्यों और इकाइयों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं.
प्रिजर्वेटिव की मात्रा को लेकर भी कड़ी जांच की जरूरत पर जोर
FSSAI ने प्रिजर्वेटिव की मात्रा को लेकर भी जांच कड़ी करने की जरूरत पर जोर दिया है. आपको बता दें कि होली से पहले एफएसएसआई द्वारा दूध से बने प्रोडक्ट की खास जांच की जाती है. FSSAI ने अपनी चिट्ठी में लिखा, ‘व्रत में फल, सब्जी, ड्राई फ्रूट्स और नट्स जैसे मखाना, दूध और दूध के बने प्रोडक्ट की बहुत मांग होती है. इस दौरान मिलावट सामान बेचने की काफी शिकायती आती है. इसके अलावा कई उदाहरण हैं जहां खराब भंडारण और रख-रखाव में खामियों के कारण ये फूड आइटम खराब होते हैं.
दूध और दूध से बने निर्माण की बिक्री पर हो निगरानी
FSSAI ने अपनी चिट्ठी में आगे लिखा, ‘यह अनुरोध किया जाता है कि दूध और दूध से बने उत्पाद जैसे खोया, मिठाई आदि के विनिर्माण और बिक्री पर लगातार निगरानी रखी जाए. वहीं, जहां भी उपलब्ध हो वहां फूड सेफ्टी ऑन व्हील्स (एफएसडब्ल्यू) लगाई जाए. साथ ही ये सुनिश्चित किया जा सके कि उत्पाद उपभोग के लिए सुरक्षित हैं और संबंधित खाद्य उत्पाद मानकों के अनुरूप हैं.