माहाराष्ट्र सरकार में शिवसेना कोटे से मंत्री तानाजी सवंत के एक विवादित बयान में कहा है कि जब भी वह एनसीपी के साथ कैबिनेट मीटिंग में बैठते हैं तो असहज महसूस करते हैं और मीटिंग के बाद उन्हें उल्टी हो जाती है. उन्होंने कहा कि वह जीवनभर एनसीपी का विरोध किए हैं और छात्र जीवन से ही वे एनसीपी के विरोधी रहे हैं. इसी का नतीजा है कि आज जब भी वे एनसीपी के साथ बैठते हैं, उनके शरीर में एक अजीब सी हरकत होने लगती है.
क्या है एनसीपी की प्रतिक्रिया?
अजीत पवार गुट के एमएलसी अमोल मितकारी ने इस बयान को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से जवाब मांगा. उन्होंने कहा कि तानाजी सवंत स्वास्थ मंत्री हैं और उन्हें यह नहीं पता कि उन्हें उल्टी क्यों आती है. इसमे उनके स्वास्थ्य से संबंधित समस्या हो सकती है. लेकिन अगर महायुती में रहने के कारण उन्हे उल्टी आती है, तो इसका जवाब केवल मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ही दे सकते हैं.
विवादो से है पुराना नाता
पिछले साल, एक वायरल वीडियो में तानाजी सवंत धाराशिव में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को धमकाते हुए कह रहे थे कि वे मुख्यमंत्री की भी नहीं सुनते हैं तो उन्हें वही करना चाहिए जो वे कह रहे हैं. वे धाराशिव के पुलिस अधीक्षक से बात कर रहे थे और किसी इंस्पेक्टर के ट्रांसफर के लिए बात कर रहे थे.
इससे पहले मार्च में भी उनके एक बयान ने खूब चर्चा बटोरी थी जब उन्होंने दावा किया था कि महाविकास अघाड़ी सरकार को गिराने के लिए उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने 150 से ज्यादा बार मीटिंग की थी. वे यह भी दावा कर रहे थे कि उद्धव ठाकरे ने उन्हें मंत्री नहीं बनाया सलिए उन्होंने उनके सरकार को गिराने के लिए विधायकों को मनाया.