मंदिर बोर्ड में सिर्फ हिंदू, लेकिन वक्फ में चाहिए गैर-मुस्लिम:ओवैसी

एआईएमआईएम के सुप्रिमो असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के नये अध्यक्ष ने तिरुमाला में केवल हिंदू कर्मचारियों को काम करने की अनुमति देने की नीति की घोषणा की है, जबकि केंद्र की एनडीए सरकार ने वक्फ बोर्ड में गैर-मुस्लिमों को शामिल करना चाहती है. ओवैसी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, “तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम के अध्यक्ष का कहना है कि तिरुमाला में केवल हिंदू ही काम करेंगे, जबकि मोदी सरकार वक्फ बोर्ड और वक्फ काउंसिल में गैर-मुस्लिमों को शामिल करना अनिवार्य बनाना चाहती है.उन्होंने कहा कि अधिकांश हिंदू बंदोबस्ती कानून इस बात पर जोर देते हैं कि केवल हिंदू ही इसके सदस्य होने चाहिए. आगे तंज कसते हुए कहा कि जो नियम एक के लिए सही है, वही दूसरे के लिए भी होना चाहिए, है न?”टीटीडी के नए अध्यक्ष बीआर नायडू ने तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम बोर्ड के प्रमुख के रूप में अपनी नियुक्ति को अपना सौभाग्य बताते हुए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और राज्य की एनडीए सरकार के अन्य नेताओं का आभार व्यक्त किया. उन्होंने पिछली वाईएसआर कांग्रेस सरकार के दौरान मंदिर में हुई अनियमितताओं की ओर इशारा करते हुए कहा, “मंदिर की पवित्रता की रक्षा की जानी चाहिए, मैं अपने कर्तव्यों का निर्वहन ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ करूंगा.”

कौन हैं बीआर नायडू?

बता दें बीआर नायडू मीडिया जगत की एक अहम शख्सियत हैं और वह एक हिंदू भक्ति चैनल सहित तेलुगू टीवी चैनल का संचालन करते हैं. आंध्र प्रदेश सरकार ने हाल ही में 24 सदस्यीय टीटीडी बोर्ड का गठन किया है, जो तिरुमाला तिरुपति में स्थित विश्व प्रसिद्ध बालाजी मंदिर का प्रबंधन करता है. भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड की सह-संस्थापक और एमडी सुचित्रा एला को भी इस बोर्ड के 24 सदस्यों में शामिल किया गया है.

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