महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के करीब आते ही बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने महायुति की जीत का दावा किया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार और भारत सरकार की योजनाओं का सकारात्मक असर देखा जा रहा है, और उनका मानना है कि शिंदे सरकार के नेतृत्व में किए गए कार्यों के कारण बीजेपी को स्पष्ट बहुमत मिलेगा। गडकरी ने विश्वास जताया कि चुनावी परिणाम उनके पक्ष में होंगे और वे चुनाव जीतेंगे।
सीएम योगी आदित्यनाथ के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए गडकरी ने कहा कि यह संदेश हमें एकजुट रहने का है, न कि जाति, धर्म, भाषा और जेंडर में बंटने का। उन्होंने कहा कि बीजेपी और उनके गठबंधन का चुनावी कार्यक्रम एकजुट है और इसे लेकर सभी सहयोगी मिलकर चुनाव जीतेंगे। गडकरी ने विकास कार्यों को चुनावी मुद्दा बताया और कहा कि हार्डकोर हिंदुत्व के बजाय सरकार की परफॉर्मेंस और उसके काम ही चुनाव का मुख्य मुद्दा बनेंगे।
गुजराती वर्सेस मराठी के सवाल पर
गुजराती वर्सेस मराठी के सवाल पर गडकरी ने कहा कि मीडिया ऐसे मुद्दे बनाती है. पूछ पूछ कर विवाद बनाते हैं. एक कोई नेता ऐसा बोला तो उसको छोड़ देना चाहिए. चुनाव में वचननामा क्या है, परफॉर्मेंस के ईशूज क्या है, इस पर बात करनी चाहिए? बाकी यह सब यह विषय रेलेवेंट नहीं है. उन्होंने कहा कि लाडली बहन योजना का फायदा मिलेगा. इसको लेकर महिलाओं में बहुत खुशी की लहर है और मुझे लगता है इस योजना के कारण अच्छा फायदा होगा. वहीं, 1500 Vs 1900 के सवाल पर गडकरी ने कहा कि औवैसी के स्टेटमेंट पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दूंगा.
उद्धव जी से कैसे संबंध हैं?
उद्धव ठाकरे से अपने संबंध को लेकर गडकरी ने कहा कि मेरे सबसे अच्छे संबंध हैं. राजनीति में हम एक दूसरे के दुश्मन नहीं है. विचारों के आधार पर हमारी मतभिन्नता हो सकती है लेकिन हम एक दूसरे के दुश्मन नहीं है. विचारों के आधार पर एक दूसरे के विरुद्ध जरूर हो सकते हैं. यही मेरी अंडरस्टैंडिंग है. उद्धव ठाकरे की कसम और बीजेपी कार्यकर्ताओं को साथ आने की अपील करने के सवाल पर गडकरी ने कहा कि चुनाव में हर पार्टी सबको अपील करती है. मैं भी कांग्रेस के वोटरों को कहता हूं कि मुझे वोट दो.
उन्होंने कहा कि अपील करना अलग और अलायंस करना अलग हैं. यह सब बातें चुनाव में होती रहती है. चुनाव में मुख्य रूप से जो परफॉर्मेंस है उसके आधार पर चर्चा करनी चाहिए. गौतम अडानी उस मीटिंग में शामिल थे या नहीं राहुल गांधी बार-बार उसे मुद्दे को उठा रहे हैं, इस सवाल के जवाब में गडकरी ने कहा कि मुझे मालूम नहीं. वहीं, सीटें जीतने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं सीटों का नंबर नहीं दे सकता. जीत होगी, इतना ही कह सकता हूं.
सीएम के सवाल पर क्या बोले गडकरी?
वहीं, सीएम के सवाल पर गडकरी ने कहा कि इन सब बातों का निर्णय पार्टी की लीडरशिप उचित समय पर लेगी. हरियाणा की जीत के बाद आत्मविश्वास बढ़ा है. यह सही और इसका निश्चित रूप से फायदा होगा. अभी इन लोगों के मन में अलग-अलग मुद्दे हैं. पॉजिटिव भी और नेगेटिव भी. ओवरऑल दोनों का विचार करके देश और समाज के हित में क्या होगा, इसको सोच कर लोग मतदान करेंगे और उसमें महायुति के बारे में माहौल है और हम चुनाव जीतेंगे. विदर्भ में पिछले लोकसभा चुनाव में माहौल थोड़ा अच्छा नहीं था. हमारे पक्ष में नहीं था लेकिन इस बार हमें विदर्भ में भी अच्छी जीत हासिल होगी.
दो शिवसेना 2 एनसीपी की वजह से कंफ्यूजन के सवाल पर गडकरी ने कहा कि कोई कंफ्यूजन नहीं है. वोटर्स में क्लियर मैसेज है. राज ठाकरे के बेटे के खिलाफ महायुति के कैंडिडेट के सवाल पर उन्होंने कहा कि एक-एक सीट पर क्या चल रहा है. इस पर पार्टी के अध्यक्ष और देवेंद्र जी प्रतिक्रिया देंगे. संविधान का मुद्दा इस चुनाव में नहीं बन पाएगा क्योंकि लोगों को पता चल गया है कि पिछले चुनाव में उनको गुमराह करने की कोशिश की गई थी जो गलत था. बीजेपी कहती है कि राहुल गांधी को संविधान का ABC भी नहीं आता, इस पर गडकरी ने कहा कि मैं ऐसी कोई व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं करता.
काम करते रहना चाहिए बस
वहीं, आगे की इच्छा क्या है, इस पर गडकरी ने कह कि हम दो-चार लोग रहे ना रहे तेरा वैभव अमर रहे मां यह गीत गाते हम लोग बड़े हुए हैं. काम करते रहना चाहिए बस. अंत में यही कहना चाहूंगा कि मतदान करिए. मतदान किसी पार्टी के विचारों के आधार पर, सरकार की परफॉर्मेंस के आधार पर और देश के भविष्य को ध्यान में रखते हुए मतदान करिए. मैं लोगों से यही अपील करता हूं.