शासन स्तर से चयनित तीन डॉक्टर जिले में जॉइन करने के बाद बिना सूचना के ही गायब हो गए। एक चिकित्सक तो बिना अनुमति के ही दो माह में ही पीजी की पढ़ाई करने चला गया। मामले की सीएमओ की रिपोर्ट के बाद तीनों डॉक्टरों की सेवाओं का समाप्त कर दिया गया है।शासन स्तर से चयनित होने के बाद वर्ष 2018 में डॉ. धीरेंद्र कुमार ने जिले में जॉइन किया था। उन्हें जगतपुर सीएचसी में तैनाती दी गई थी। दो माह तक रुकने के बाद वह पीजी की पढ़ाई करने के लिए चले गए। नियमानुसार दो साल तक काम करने के बाद ही पीजी की पढ़ाई करने के लिए जा सकते हैं, लेकिन बिना अनुमति और सीएमओ को सूचना दिए ही वह पीजी की पढ़ाई करने के लिए चले गए।
वर्ष 2021 में पीएचसी भदोखर में तैनाती पाए डॉ. शुभेंद्र मौर्या और वर्ष 2022 में मटका पीएचसी में जॉइन करने के बाद डॉ. प्रियंका सोनी भी बिना सूचना के गैरहाजिर रहीं। कई वर्षों तक उपस्थित होकर ड्यूटी न करने पर सीएमओ ने इसकी रिपोर्ट शासन को भेज दिया। मामले में तीनों डॉक्टरों की सेवाओं को समाप्त कर दिया गया है।
चिकित्सकों ने बर्खास्तगी से बचने का पूरा प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। सीएमओ डॉ. वीरेंद्र सिंह ने बताया कि तीन चिकित्सक कुछ दिन काम करने के लिए बिना सूचना के ही गैरहाजिर चल रहे थे। संबंधितों के खिलाफ शासन को रिपोर्ट भेजी गई थी। तीनों को शासन स्तर से बर्खास्त कर दिया गया है। गैरहाजिर कई और चिकित्सकों पर भी कार्रवाई होगी।