इजरायल और लेबनान की सीमा पर बढ़ती सुरक्षा स्थिति को लेकर गहरी चिंता जताई है, खासकर दक्षिणी लेबनान में संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों (UNIFIL) पर इजरायली सेना द्वारा गोलीबारी की घटना के बाद। इस हमले में संयुक्त राष्ट्र के कुछ कर्मचारी घायल हुए हैं। भारत ने कहा कि वह स्थिति पर नज़र बनाए हुए है और संयुक्त राष्ट्र परिसर की अखंडता का सम्मान करने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया है, साथ ही शांति सैनिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उचित कदम उठाने की अपील की है।
भारत ने UNIFIL मिशन में करीब 600 सैनिकों को तैनात किया है, जो इजरायल और लेबनान के बीच 120 किलोमीटर की ब्लू लाइन पर शांति बनाए रखने में सहयोग कर रहे हैं।लेबनान के विदेश मंत्रालय ने भी इन हमलों की निंदा की है, खासकर UNIFIL के मुख्यालय और श्रीलंकाई बटालियन के बेस पर किए गए इजरायली हमले के लिए। इसमें कमांड सेंटर के मुख्य गेट को नुकसान हुआ है और एक अन्य UN टावर को भी निशाना बनाया गया।1978 से लेबनान में काम कर रहे UNIFIL ने इस घटना पर अब तक कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक दो शांति सैनिक घायल हुए हैं।अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इस हमले की निंदा की गई है। चीन ने इस घटना की जांच की मांग की है, जबकि इटली ने इसे संभावित युद्ध अपराध के रूप में देखा है। वाशिंगटन ने भी इस घटना को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की है।