हाथी के सामने कुंद पड़ गया था जनता दल का चक्र…, इस लोकसभा में सीट पर VP Singh की लहर में BSP ने दर्ज की थी जीत

आजमगढ़। यह कोई नई बात नहीं कि जिले की राजनीति समय-समय पर करवट लेती रही है, लेकिन वर्ष 1989 के लोकसभा चुनाव परिणाम ने सभी को अवाक कर दिया था। कारण कि जातियों के बीच के आधार पर लहलहाती राजनीति की फसल उगते हर किसी ने देखा था।उस समय जब कांग्रेस के खिलाफ पूरे देश में जनता दल की लहर चल रही थी, बोफोर्स तोप की खरीद में गड़बड़ी का आरोप चर्चा में था और वीपी सिंह प्रधानमंत्री पद के दावेदार घोषित थे। उस समय आजमगढ़ लोकसभा क्षेत्र से त्रिपुरारी पूजन प्रताप सिंह उर्फ बच्चा बाबू जनता दल के प्रत्याशी थे। उनके प्रचार में फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा भी पहुंचे थे, जिन्हें सुनने के लिए शहर के मुख्य चौक पर देर रात तक भीड़ उमड़ी थी।

रामकृष्ण यादव ने जीता था चुनाव

एक के बाद एक बातों पर हर कोई तालियां बजाता रहा। उस समय लग रहा था कि यहां भी जनता दल का चुनाव चिह्न चक्र चल जाएगा, लेकिन चुनाव परिणाम आया तो सभी अवाक रह गए, क्योंकि रामकृष्ण यादव चुनाव जीत बसपा के सांसद बने, जबकि सदर विधानसभा चुनाव में दुर्गा प्रसाद यादव जनता दल से जीत गए।यानी यादव प्रत्याशी उतारने का लाभ बसपा को पहली बार में ही मिल गया था। हालांकि, दोबारा उन्हें मौका नहीं मिल सका था। इससे भी खास बात यह कि उसी जनता दल के टिकट पर वर्ष 1991 में पूर्व केंद्रीय मंत्री चंदजीत यादव का उतारा गया तो उन्होंने सीट को पार्टी की झोली में आसानी से डाल दिया था।

विधानसभा चुनाव में सवर्ण प्रत्याशियों ने दर्ज की थी जीत

वर्ष 89 के परिणाम को देखें तो सभी 10 विधानसभा में मात्र तीन पर सवर्ण प्रत्याशी को सफलता मिली थी। उस समय तो यह भी चर्चा होने लगी थी कि विधानसभा का टिकट पाने वालों ने लोकसभा प्रत्याशी के लिए मेहनत नहीं की।

लाइव विडियो
विज्ञापन
क्रिकेट स्कोर
राशिफल
DELHI Weather
Recent Posts