मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण से प्राप्त कैलेंडर के अनुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मुजफ्फरनगर के अध्यक्ष एवं जनपद न्यायाधीश डॉ. अजय कुमार-II के कुशल निर्देशन में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव रितिश सचदेवा द्वारा बाल संप्रेक्षण गृह एवं जिला कारागार मुजफ्फरनगर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान पाकशाला, अस्पताल, पुरुष बैरक तथा किशोर बैरक की व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया।
इसी क्रम में बंदियों के हितार्थ विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें कैदियों को उनके संवैधानिक एवं विधिक अधिकारों की जानकारी दी गई। शिविर में बंदियों को जागरूक करते हुए बताया गया कि यदि उन्हें किसी प्रकार की कानूनी समस्या हो तो वे अधीक्षक जिला कारागार के माध्यम से जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को आवेदन पत्र भेज सकते हैं।
निरीक्षण के दौरान बंदियों की समस्याओं को सुना गया तथा उनके उचित समाधान का आश्वासन दिया गया। जेल अधीक्षक को निर्देशित किया गया कि जिन बंदियों के मामले ई-जेल लोक अदालत के माध्यम से निस्तारित हो सकते हैं, उनकी सूची जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को भेजी जाए, ताकि मामलों का शीघ्र निपटारा किया जा सके। इसके अलावा, जिन बंदियों की जमानत याचिका अधीनस्थ न्यायालयों द्वारा स्वीकृत हो चुकी है, उन्हें विधिक सहायता उपलब्ध कराई गई।
आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत के आयोजन की जानकारी देते हुए बताया गया कि यह 8 मार्च 2025 (द्वितीय शनिवार) को दीवानी न्यायालय परिसर मुजफ्फरनगर, बाहरी न्यायालय बुढ़ाना, ग्राम न्यायालय जानसठ, ग्राम न्यायालय खतौली तथा कलेक्ट्रेट मुजफ्फरनगर में आयोजित होगी। इसमें आपराधिक मामले, 138 एनआई एक्ट, बैंक रिकवरी, मोटर दुर्घटना प्रतिकर याचिकाएं, टेलीफोन, बिजली एवं पानी के बिल, वैवाहिक विवाद, भूमि अधिग्रहण, राजस्व विवाद त