भारत समेत दुनिया के तमाम देशों में हैजा रोग पर रोकथाम लगाने के मकसद से भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड ने एक बड़ी पहल की है. मंगलवार को कंपनी की ओर से हैजा वैक्सीन लॉन्च करने की घोषणा की गई है. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि इस वैक्सीन से दुनिया भर में हैजा पर नियंत्रण पाया जा सकता है. हैजा एक ऐसी बीमारी है, जो तेजी से फैलती है और इसका असर आस-पास के माहौल पर भी होता है. ऐसे में इस वैक्सीन का प्रभाव असाधारण होने वाला है.
कंपनी ने इसे सिंगल-स्ट्रेन ओरल हैजा वैक्सीन Hillchol नाम दिया गया है. वक्सीन निर्माता कंपनी बीबीआईएल ने बताया है कि Hillchol (बीबीवी131) को हैजा से निपटने के लिए हिलमैन लेबोरेटरीज के लाइसेंस के तहत भारत बायोटेक के बैनर तले विकसित किया गया है. इस वैक्सीन से दुनिया भर में हैजा रोकथाम की जा सकेगी. कंपनी की ओर से बताया गया है कि हैदराबाद और भुवनेश्वर में बड़े पैमाने पर यूनिट स्थापित किये जा रहे हैं, जहां Hillchol की 200 मिलियन खुराक तक उत्पादन करने की क्षमता निर्धारित की गई है.
दुनिया भर में हैजा वैक्सीन की मांग बढ़ी है
जानकारी के मुताबिक भारत के साथ-साथ दुनिया भर में ओरल हैजा वैक्सीन (ओसीवी) की मांग काफी है. हैजा वैक्सीन की ग्लोबल डिमांड सालाना करीब 100 मिलियन खुराक से अधिक है. लिहाजा यह वैक्सीन हैजा नियंत्रण के लिए काफी अहम हो जाती है. जानकारी के मुताबिक वैश्विक स्तर पर ओरल हैजा वैक्सीन की बेहद कमी है. क्योंकि इसकी केवल एक ही निर्माता कंपनी है.
एक आंकड़े के मुताबिक दुनिया में वैक्सीन की 40 मिलियन खुराक की सालाना कमी होती है. इस वैक्सीन के आने के बाद काफी हद तक इस कमी को पूरा किया जा सकता है. एक जानकारी के मुताबिक साल 2021 के दुनिया भर में हैजा के मामले बढ़े हैं. साल 2023 से 2024 के मार्च महीने तक 31 देशों में हैजा के 8 लाख से ज्यादा मामले दर्ज किये गये हैं और करीब 6 हजार मरीजों की मौत हो गई है.
2030 तक हैजा से होने वाली मौत पर नियंत्रण का लक्ष्य
भारत बायोटेक कंपनी के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. कृष्णा लाल का कहना है कि वैक्सीन से हैजा पर रोकथाम लगाई जा सकती है. Hillchol से काफी हद तक कामयाबी मिल सकती है. इससे दुनिया भर में आम लोगों की सेहत को लाभ मिलेगा. इस वैक्सीन से साल 2030 तक हैजा के चलते होने वाली मौतौं पर 90 फीसदी नियंत्रण करने का लक्ष्य रखा गया है