दिल्ली विधानसभा चुनाव में कई ऐसी सीटें रही हैं, जहां आम आदमी पार्टी (AAP) कांग्रेस की वजह से हार गई। AAP और कांग्रेस के बीच गठबंधन नहीं होने के कारण कुछ सीटों पर कांग्रेस और AAP के बीच विभाजन हुआ, जिससे बीजेपी को फायदा हुआ। अगर यह दोनों पार्टियां एकजुट होतीं, तो चुनावी समीकरण अलग हो सकते थे, और कई सीटों पर उनकी संयुक्त ताकत बीजेपी के खिलाफ सियासी चुनौती बना सकती थी।
इस पर दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन की संभावना पर चर्चा होती रही है, लेकिन यह फैसला चुनावी रणनीतियों और पार्टी के हितों पर निर्भर करता है। कांग्रेस की तरफ से भी गठबंधन के सवाल पर प्रतिक्रिया मिली थी, पर AAP और कांग्रेस के बीच तालमेल का मामला जटिल था, जिसकी वजह से यह गठबंधन संभव नहीं हो सका।