अलवर के मसारी रोड स्थित शनि देव मंदिर पर रामचरित मानस प्रतियोगिता के विजेताओं का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम भगतजी रामायण प्रचार मंडल के तत्वावधान में संत बालक दास, परम कुटी महंत प्रयागदास, शनि देव मंदिर महंत बलराम दास, और नपा अध्यक्ष शेर सिंह मीणा की उपस्थिति में संपन्न हुआ। समारोह में विजेताओं को सम्मानित करते हुए 61 रामायण और 31 प्रतीक चिन्ह प्रदान किए गए। कार्यक्रम का संचालन भूमिदत्त शर्मा ने किया।
मंडल के सदस्य सुरेश खंडेलवाल ने बताया कि प्रतियोगिता का आयोजन 11 कस्बों में हुआ, जिसमें लगभग 1984 प्रतिभागियों ने भाग लिया। निर्णायक मंडल के अनुसार:
- प्रथम स्थान: नदबई क्षेत्र के ग्राम खांगरी के संत रामगंगपुरी महाराज।
- द्वितीय स्थान: जावली निवासी कैलाश चंद प्रजापत।
- तृतीय स्थान: सीकरी निवासी दामोदर लाल।
इन्हें नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कठूमर उपखंड मुख्यालय पर हुई परीक्षा में:
- प्रथम: गौरीशंकर खंडेलवाल।
- द्वितीय: मसारी निवासी दिलीप शर्मा पटवारी।
- तृतीय: कक्षा 12वीं की छात्रा हनी भारद्वाज।
संत रामगंगपुरी ने अपने वक्तव्य में भगवान राम के आदर्श, मर्यादा और चरित्र को जीवन में अपनाने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि रामायण को समझने से समर्पण की भावना और सनातन धर्म के प्रति आस्था मजबूत होती है, जो जीवन को संकटों से दूर रखते हुए सफलता दिलाने में सहायक है।