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शामली। आरटीओ दफ्तर के बाहर बिचौलियों की भरमार रहती है। दफ्तर में आम आदमियों का बिचौलियों के बिना कोई काम नहीं होता। हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकारी दफ्तरों में दलालों एवं बिचौलियों के दखल पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने के आदेश दे रखे हैं। हाल ही में प्रदेश भर में चले अभियान में करीब 4 दर्जन लोगों को चिन्हित करते हुए मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया था, लेकिन आरटीओ शामली दफ्तर के बाहर बिचौलियों का जमावड़ा सरकार के आदेशो का मुंह चिढ़ा रहा है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जीरो टॉलरेंस एवं आम जनता के हितों को लेकर चाहे जितने भी सख्त आदेश एवं नियम कानून को पालन करने का आदेश दे दे, लेकिन हुक्मरानों के यहां उनके आदेशों का पालन न किया जाना सरकार की छवि धूमिल करने का काम कर रहा है। मामला शामली जनपद के आरटीओ दफ्तर का है। आरटीओ दफ्तर के बाहर ड्राइविंग लाइसेंस गाड़ी के कागज आदि वाहनों से संबंधित कागजों को बनवाने के लिए आम आदमी बिना बिचौलिया और दलालों के कोई भी काम नहीं करवा सकता। सूत्रों की माने तो आरटीओ दफ्तर के आसपास बने प्राइवेट दुकानों एवं मकान में ऐसे लोग बैठे हैं जो आम आदमी से छोटे-छोटे कागजों को बनवाने के लिए मोटी रकम वसूलते हैं। ड्राइविंग लाइसेंस के लिए लोगों से करीब ₹4000 तक की वसूली की जाती है। वहीं अगर कोई दफ्तर के बाहर बैठने वाले बिचौलियों और दलालों के खिलाफ आवाज उठाता है तो दबंगई दिखाते हुए उक्त लोग उसको धमकी देने एवं मारपीट करने पर उतारू हो जाते हैं। जनपद के एक पत्रकार द्वारा जब आरटीओ दफ्तर के बाहर प्राइवेट मकान व दुकानों में काम कर रहे बिचौलियों व दलालों की करतूत को लेकर कवरेज की जा रही थी। वीडियो बनाने का शक होने पर वहां मौजूद बिचौलिया का काम करने वाले दबंग ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए पत्रकार को भी धमकी देते हुए दबंगई दिखाने का काम किया। वहीं कई बार आरटीओ दफ्तर के बाहर बैठने वाले दलालों पर खानापूर्ति के लिए कार्रवाई भी की गई। लेकिन कागजी खानापूर्ति के चलते दफ्तर के बाहर बिचौलियों एवं दलालों का जमावड़ा लगा रहता है। दफ्तर के बाहर ही ऐसे लोगों पर लगाम न लगा पाना सरकार के आदेशों का उल्लंघन दिखाई देता है तो वहीं आम लोगों की जेब पर दलालों और बिचौलियों की आरटीओ दफ्तर में पैठ के कारण अतिरिक्त बोझ पड़ता है। कई बार आम लोगों द्वारा शिकायत करने के बावजूद भी ऐसे लोगों पर लगाम न कसा जाना कई सवाल खड़े करता है। जनपद में पत्रकारिता का काम करने वाले पत्रकार के साथ अभद्र व्यवहार एवं दबंगई दिखाने से पत्रकार जगत में भी आक्रोश है। पत्रकार संगठनों का कहना है कि इस संबंध में मुख्यमंत्री एवं प्रेस काउंसिल आफ इंडिया को शिकायती पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की जाएगी।