राममंदिर के परकोटे में देवी-देवताओं के छह मंदिर बनाए जाने हैं। अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त पर इन मंदिरों का निर्माण शुरू कर दिया गया है। शुक्रवार को गर्भगृह के स्थान पर कूर्म शिला स्थापना का कार्य शास्त्रोक्त विधि से संपन्न हुआ।इसी कूर्म शिला पर भगवान के विग्रह की स्थापना की जाएगी। परकोटे में बनने वाले मंदिरों का निर्माण कार्य इसी साल दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा।
राममंदिर में 800 मीटर लंबा परकोटा बन रहा है। इसमें भगवान सूर्य, भगवान शिव, माता भगवती, गणपति, हनुमान जी के अलावा अन्नपूर्णा देवी का मंदिर बनेगा। मंदिर के परकोटे सहित छह मंदिर के निर्माण में करीब आठ लाख क्यूबिक पत्थर का इस्तेमाल किया जाएगा।
राममंदिर के ट्रस्टी डॉ अनिल मिश्र ने बताया कि मंदिरों के गर्भगृह स्थल का अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त में पूजन किया गया। मंदिर के गर्भगृह के भूमिपूजन मुहूर्त के समय स्थापित की जाने वाली कर्म चिह्न युक्त शिला कूर्म शिला कहलाती है। इसी कूर्म शिला के ऊपर महापीठ (जहां भगवान विराजमान होंगे) का निर्माण होगा। ये मंदिर किस पत्थर से बनेंगे, अभी इस पर मंथन चल रहा है। गर्भगृह की डिजाइन प्रख्यात चित्रकार वासुदेव कामत तैयार कर रहे हैं।