लीबिया में हुए 2011 के स्प्रिंग को 14 साल बीत जाने के बाद भी शांति नहीं आ पाई है. सुरक्षा निदेशालय और लीबिया रेड क्रिसेंट ने गुरुवार को बताया कि लीबिया के दक्षिण-पूर्व और पश्चिम में दो जगहों पर कम से कम से कम 29 प्रवासियों के शव बरामद किए गए हैं. मुअम्मर गद्दाफी के पतन के बाद से लीबिया में कोई स्थर सरकार नहीं बन पाई है और ये अफ्रीका से यूरोप जाने का एक रूट की तरह बन गया है.
1/2 #Libya 05.02.25 – Police jointly with Libyan Red Crescent recovered 29 unidentified bodies of #migrants found in mass graves on a farm in Jikharra (Al-Wahat District, Eastern Libya). #migrantcrisis #DontTakeToTheSea #seenotrettung #Frontex pic.twitter.com/KaZujKFO31
— Migrant Rescue Watch (@rgowans) February 7, 2025
अलवाहाट जिला सुरक्षा निदेशालय ने एक बयान में कहा कि लीबिया के दूसरे सबसे बड़े शहर बेनगाजी से लगभग 441 किलोमीटर दूर जिखारा इलाके के एक खेत में सामूहिक कब्र में 19 शव मिले हैं और कहा कि ये मौतें तस्करी गतिविधियों से संबंधित हैं. निदेशालय ने फेसबुक पर तस्वीरें पोस्ट कीं, जिसमें पुलिस अधिकारी और जालू रेड क्रिसेंट के स्वयंसेवक शवों को काले प्लास्टिक बैग में रखते हुए दिखाई दे रहे हैं.
एक दिन में 10 शव
लीबियाई रेड क्रिसेंट ने गुरुवार देर शाम फेसबुक पर कहा कि उसके लोगों ने दिन में 10 प्रवासियों के शव बरामद किए, ये मौतें राजधानी त्रिपोली से लगभग 40 किलोमीटर दूर ज़ाविया शहर में दिला बंदरगाह के पास नाव डूबने से हुई हैं.रेड क्रिसेंट ने तस्वीरें पोस्ट कीं, जिसमें स्वयंसेवक डॉकसाइड पर शवों को सफेद प्लास्टिक बैग में रखते हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि एक स्वयंसेवक ने एक बैग पर नंबर लिखे हैं.
यूरोप जाने का रास्ता बना लीबिया
लीबिया भूमध्य सागर के पार यूरोप में संघर्ष और गरीबी से बचने वाले प्रवासियों के लिए यूरोप जाने का रास्ता बन गया है. जनवरी के आखिर में, अलवाहाट आपराधिक जांच विभाग ने कहा कि उसने विभिन्न उप-सहारा देशों के 263 प्रवासियों को छुड़ाया गया था, उन्होंने कहा कि उन्हें “एक तस्करी गिरोह की ओर से बेहद खराब मानवीय और स्वास्थ्य स्थितियों में रखा गया था.”