ऐतिहासिक चौपाल पर शहीदों की याद में विशाल यज्ञ का आयोजन

भास्कर न्यूज़ उत्तरप्रदेश उत्तराखंड।

मुज़फ्फरनगर शाहपुर। गांव सोरम स्थित ऐतिहासिक चौपाल पर शहीदों की याद में विशाल यज्ञ का आयोजन किया गया शहीदों की याद में किए गए इस कार्यक्रम में सभी राजनीतिक व गैर राजनीतिक लोगों ने हिस्सा लेकर यज्ञ में आहुति प्रदान की उपस्थित गणमान्य लोगों ने शहीदों के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित कर वीर सपूतों के जीवन पर प्रकाश डाला। विदित रहे 23 मार्च का दिन पूरे भारतवर्ष में शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है आज ही के दिन सन 1931 में जालिम अंग्रेजी हुकूमत ने देश के वीर क्रांतिकारी सपूतों सरदार भगत सिंह, सुखदेव सिंह व राजगुरू को अंग्रेजी हुकूमत से बगावत करने के जुर्म में फांसी के फंदे पर लटका दिया था इन वीरों की शहादत के बाद अखंड भारत क्रांति की ज्वाला में धधक पड़ा था इन वीरों के कदमों पर चलते हुए अनेक युवाओं ने देश की आजादी के यज्ञ में अपने प्राणों की आहुति देकर देश को आजाद कराने में अपना योगदान किया गांव सौरम निवासी प्रमोद कुमार ने अपने मित्रों की सहायता से शहीद दिवस के अवसर पर शोरम की ऐतिहासिक चौपाल पर एक विशाल यज्ञ का आयोजन किया जिसमें सभी राजनीतिक व गैर राजनीतिक पार्टी के नेताओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए देश पर बलिदान हुए क्रांतिकारियों के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किए इस अवसर पर पूर्व विधायक उमेश मलिक ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से नई पीढ़ी को देश पर मर मिटने वालों की जानकारी मिलती रहती है इन वीर शहीदों की बदौलत हमें आजादी मिली है। इस युवा टीम ने लोगों को जागरूक करने का काम किया विचार करने की बात है 23 वर्ष की अल्पायु में सरदार भगत सिंह देश पर बलिदान होकर इतिहास में अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में अंकित कर गए ।पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक ने कहा कि इन महान क्रांतिकारियों की बदौलत ही देश को जालिम अंग्रेज सरकार से आजादी मिली थी देश के क्रांतिकारियों के बलिदान के बारे में हर देशवासी को पता होना चाहिए हम सदैव इन महान क्रांतिकारियों के ऋणी रहेंगे।सर्व खाप मंत्री सुभाष बालियान ने कहा कि इस ऐतिहासिक चौपाल से आजादी से पूर्व भी अनेक ऐतिहासिक निर्णय लेकर इस देश को एक नई दिशा प्रदान की है बुजुर्ग बताते हैं कि अंग्रेज बड़े जालिम थे इस पूरे देश में कई लाख लोगों को अंग्रेजी सरकार ने सूली पर लटकाया था बुजुर्गों के हवाले से बोलते हुए उन्होंने कहा कि अंग्रेजी शासन में क्रांतिकारियों के हाथ व पैरों में लोहे की कील ठोक कर यातनाएं देकर अत्याचार ढाया जाता था इन वीर क्रांतिकारियों की बदौलत ही हमें आजादी की खुली हवा में सांस लेने का अवसर मिला है हमें इन क्रांतिकारियों से सीख लेकर आपसी भाईचारा मजबूत करने की जरूरत है।पूर्व मंत्री योगराज सिंह ने भी क्रांतिकारियों के चित्र पर पुष्प अर्पित कर अपने विचार व्यक्त किए।भाजपा नेता व प्रमुख समाज सेवी श्यामपाल सिंह ने भी करंतिकारियो को याद करते हुए उनके जीवन पर प्रकाश डाला ।इस अवसर पर प्रधान कर्णवीर सिंह,पूर्व प्रधान शिवचरण सिंह,भाकियू ब्लॉक अध्यक्ष सोनू काबा ,बजाज ग्रुप के सेवानिवृत जीएम जयप्रकाश सिंह आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए कार्यक्रम का संचालन विपिन बालियान व मास्टर रामपाल सिंह ने किया यज्ञ के यजमान सत्यम कुमार पत्नी अंजलि सहित रहे यज्ञ के ब्रह्मा मास्टर जयपाल सिंह व मास्टर सुरेंद्र सिंह रहे ,इस अवसर पर देवेंद्र कश्यप, देशवीर सिंह,अनुज कुमार ,जसपाल, रजनीश, डॉक्टर देवेंद्र सिंह, ब्रह्मपाल सिंह, डॉ भूरा, देहाती फिल्मी अभिनेता राजवीर सिंह, ऋषिपाल ठेकेदार, उपेंद्र सिंह, मास्टर शादाब अली, मास्टर देवेंद्र सिंह, जितेंद्र सिंह, संजय कुमार, मनीष चौधरी ,आदि उपस्थित रहे।

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